*ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में रीपा की अहम भूमिका: श्री बघेल*
*सीएम के सलाहकार श्री शर्मा की अध्यक्षता में हुई कार्यशाला*
*रीपा की बारीकियों से मैनेजर और नोडल अधिकारी हुए रूबरू*
बिलासपुर, /मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज वीसी के जरिए जिला पंचायत बिलासपुर के सभाकक्ष में रीपा की संभाग स्तरीय कार्यशाला को संबोधित किया। यह कार्यशाला सीएम के सलाहकार श्री प्रदीप शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने रीपा के नोडल अधिकारी, टेक्निकल सपोर्ट एजेंसियों और मैनेजरों से कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए शुरू की गई इस योजना में आप लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि लोगों को काम करने के लिए बाहर न जाना पड़े इसके लिए
सरकार स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ा रही है। रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क गांवों में स्वरोजगार के लिए जरूरी संसाधन मुहैया करा रहा है। रीपा से गांव स्वावलंबी बन रहे है। ग्रामीण आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे है और महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है। अब बड़े-बड़े उद्योगपतियों की तरह ही हमारी गांव की बहनें और युवा रीपा में अपना कारोबार चलाकर आमदनी उठा रहे हैं। गोबर से बिजली, पेंट सहित कई समानों का निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने सभी से पूरी संजीदगी से योजना में कार्य करने कहा। कार्यशाला में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री अरूण सिंह चौहान, जिला पंचायत सभापति श्री राजेश्वर भार्गव, अरपा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री अभय नारायण, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त सचिव और रीपा के राज्य प्रभारी श्री गौरव सिंह, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती जयश्री जैन, रीपा के अन्य राज्य स्तरीय अधिकारी और संभाग के टेक्निकल सपोर्ट एजेंसी, रीपा मैनेजर, रीपा नोडल अधिकारी मौजूद थे।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए श्री शर्मा ने कहा कि रीपा के दो अभियान है – सुखी गांव और समृद्ध किसान। उन्होंने कहा कि रीपा की गतिविधियों का चयन बाजार की जरूरत के अनुसार किया जाए। राजीव युवा मितान क्लब के सदस्यों को भी रीपा की गतिविधियों में शामिल करने के निर्देश दिए। उन्होेंने टेक्निकल सपोर्ट एजेंसियों और रीपा मैनेजरों से कहा कि आप की भूमिका हर स्तर पर महत्वपूर्ण है। मैदानी स्तर पर आपके द्वारा इस योजना का क्रियान्वयन किया जाना है। श्री शर्मा ने रीपा में बेरोजगार युवाओं की भागीदारी बढ़ाने कहा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में रीपा की महत्वपूर्ण भूमिका हैं। रीपा के जरिए 28 जगहों में गोबर से बिजली बनाई जा रही है। संयुक्त सचिव और रीपा के राज्य प्रभारी अधिकारी श्री गौरव सिंह ने कहा कि गांव में रीपा के जरिए उन हाथों को काम दें जो काम से दूर है। उन्होंने बेरोजगार युवाओं की सहभागिता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि रीपा से महिलाएं आत्मनिर्भरता और सफलता की नई ईबारत लिख रही है। रीपा के क्रियान्वयन में टेक्निकल सपोर्ट एजेंसियों के कार्याें पर बारीकी से प्रकाश डालते हुए उन्हें निर्देशित किया कि रीपा में कार्य प्रतिदिन होना चाहिए। केवल कार्ययोजना बनाने तक ही आपकी भूमिका नहीं है, बल्कि क्रियान्वयन के प्रत्येक चरण में आपकी भूमिका है।
कार्यशाला में राज्य से आए विषय विशेषज्ञों ने रीपा की बारीकियों से प्रशिक्षणार्थियों को रूबरू कराया। इस दौरान उनकी शंकाओं और जिज्ञासाओं का भी समाधान किया गया।