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    अवैध शिकार के लिये लगाए विस्फोटक पदार्थ से एटीआर के एसटीपीएफ का पैदल गार्ड घायल, परसवारा सामान्य वन परिक्षेत्र का मामला

    अवैध शिकार के लिये लगाए विस्फोटक पदार्थ से एटीआर के एसटीपीएफ का पैदल गार्ड घायल, परसवारा सामान्य वन परिक्षेत्र का मामला

    योगेश पाठक संवाददाता रायपुर// – लोरमी वन परिक्षेत्र के परसवारा सर्किल के कक्ष क्रमांक 1535 पीएफ में गुरुवार सुबह जंगली सुअर के लिए लगाए गए बम की चपेट में आने से अचानकमार टाइगर रिजर्व का एसटीपीएफ का पैदल गार्ड घायल हो गया। जिसकी जानकारी आनन फानन में अचानकमार टाइगर रिजर्व के बफर जोन और लोरमी वनपरिक्षेत्र के अधिकारियों को दी गयी। जिसके बाद दोनों वनपरिक्षेत्र के अधिकारी मौके पर जांच करने पहुँचे।

    बतां दें कि लोरमी वनपरिक्षेत्र के परसवारा सर्किल में आये दिन जंगली जानवरों का शिकार करने के लिए शिकारियों के द्वारा तरह तरह जाल बिछाये जाते है ताकि जंगली सुअर या अन्य जानवरों का शिकार किया जा सके। पहली बार देखने को मिला है कि जानवरो का शिकार करने के लिए बम जिसे ग्रामीणों के बताये अनुसार सुअर बम कहा गया का इस्तेमाल किया गया हो जिसकी चपेट में विभाग का कर्मचारी घायल हो गया। इस मामले जब घायल अचानकमार टाइगर रिजर्व के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी दामोदर राजपूत से बात की गई तब उन्होंने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि हम 4 लोगो की टीम बनाकर परसवारा सर्किल होते हुए अचानकमार टाइगर रिजर्व में प्रवेश कर रहे थे उसी दौरान हम लोग कक्ष क्रमांक 1535 के पास रुके जहां पर मेरा पैर बम की चपेट में आ गया जिससे जोरदार धमाका हुआ जिससे मैं घटना स्थल से दूर जा गिरा। धमाके की आवाज सुनकर मेरे तीनो साथी मेरे पास आये और घटना की जानकारी लिए। जिसके पश्चात हमने घटना की जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को दी। वहीं घायल पैदल गार्ड ने आशंका जाहिर की घटना स्थल के आसपास शिकारियों द्वारा जानवरो का शिकार करने के लिए और बम रखे हो सकते है।

    वहीं इस मामले में लोरमी वनपरिक्षेत्र के रेंजर क्रिस्टोफर कुजूर ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही मैं अपनी टीम के साथ घटना स्थल पर पहुँचा जहां पर और बम होने की आशंका पर छानबीन की गई लेकिन कोई और दूसरा बम हमे घटना स्थल के आसपास हमे प्राप्त नही हुआ। फिलहाल हम घटना स्थल की और जांच करेंगे साथ ही बम लगाए लोगो की पतासाजी कर रहे है।

    आपको बता दे कि परसवारा सर्किल की बात करे तो पूर्व में भी शिकारियों के द्वारा शिकार करने के लिए बिजली के तार बिछाये जाते रहे है जिसकी चपेट में आने से कई जंगली जानवरों की मौत भी हो चुकी है। ये पहला ऐसा मामला है जिसमे बम का इस्तेमाल किया गया है। फिलहाल इस मामले को लोरमी वन विभाग गम्भीरता से नही ले रहा है लेकिन बम फटने की घटना बड़ी है अब देखना यह है कि वन विभाग लोरमी और अचानकमार टाइगर रिजर्व के जिम्मेदार अधिकारी इस बड़ी घटना को कितनी गम्भीरता से लेकर अपराधियों के खिलाफ कार्यवाही करती है।

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    अवैध शिकार के लिये लगाए विस्फोटक पदार्थ से एटीआर के एसटीपीएफ का पैदल गार्ड घायल, परसवारा सामान्य वन परिक्षेत्र का मामला योगेश पाठक संवाददाता रायपुर// - लोरमी वन परिक्षेत्र के परसवारा सर्किल के कक्ष क्रमांक 1535 पीएफ में गुरुवार सुबह जंगली सुअर के लिए लगाए गए बम की चपेट में आने से अचानकमार टाइगर रिजर्व का एसटीपीएफ का पैदल गार्ड घायल हो गया। जिसकी जानकारी आनन फानन में अचानकमार टाइगर रिजर्व के बफर जोन और लोरमी वनपरिक्षेत्र के अधिकारियों को दी गयी। जिसके बाद दोनों वनपरिक्षेत्र के अधिकारी मौके पर जांच करने पहुँचे। बतां दें कि लोरमी वनपरिक्षेत्र के परसवारा सर्किल में आये दिन जंगली जानवरों का शिकार करने के लिए शिकारियों के द्वारा तरह तरह जाल बिछाये जाते है ताकि जंगली सुअर या अन्य जानवरों का शिकार किया जा सके। पहली बार देखने को मिला है कि जानवरो का शिकार करने के लिए बम जिसे ग्रामीणों के बताये अनुसार सुअर बम कहा गया का इस्तेमाल किया गया हो जिसकी चपेट में विभाग का कर्मचारी घायल हो गया। इस मामले जब घायल अचानकमार टाइगर रिजर्व के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी दामोदर राजपूत से बात की गई तब उन्होंने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि हम 4 लोगो की टीम बनाकर परसवारा सर्किल होते हुए अचानकमार टाइगर रिजर्व में प्रवेश कर रहे थे उसी दौरान हम लोग कक्ष क्रमांक 1535 के पास रुके जहां पर मेरा पैर बम की चपेट में आ गया जिससे जोरदार धमाका हुआ जिससे मैं घटना स्थल से दूर जा गिरा। धमाके की आवाज सुनकर मेरे तीनो साथी मेरे पास आये और घटना की जानकारी लिए। जिसके पश्चात हमने घटना की जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को दी। वहीं घायल पैदल गार्ड ने आशंका जाहिर की घटना स्थल के आसपास शिकारियों द्वारा जानवरो का शिकार करने के लिए और बम रखे हो सकते है। वहीं इस मामले में लोरमी वनपरिक्षेत्र के रेंजर क्रिस्टोफर कुजूर ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही मैं अपनी टीम के साथ घटना स्थल पर पहुँचा जहां पर और बम होने की आशंका पर छानबीन की गई लेकिन कोई और दूसरा बम हमे घटना स्थल के आसपास हमे प्राप्त नही हुआ। फिलहाल हम घटना स्थल की और जांच करेंगे साथ ही बम लगाए लोगो की पतासाजी कर रहे है। आपको बता दे कि परसवारा सर्किल की बात करे तो पूर्व में भी शिकारियों के द्वारा शिकार करने के लिए बिजली के तार बिछाये जाते रहे है जिसकी चपेट में आने से कई जंगली जानवरों की मौत भी हो चुकी है। ये पहला ऐसा मामला है जिसमे बम का इस्तेमाल किया गया है। फिलहाल इस मामले को लोरमी वन विभाग गम्भीरता से नही ले रहा है लेकिन बम फटने की घटना बड़ी है अब देखना यह है कि वन विभाग लोरमी और अचानकमार टाइगर रिजर्व के जिम्मेदार अधिकारी इस बड़ी घटना को कितनी गम्भीरता से लेकर अपराधियों के खिलाफ कार्यवाही करती है।