तिजराम साहू ब्यूरो मुंगेली शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला सेमरसल में राष्ट्रीय एनीमिया जागरूकता कार्यक्रम एवं स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों एवं अभिभावकों को एनीमिया के प्रति जागरूक करना तथा इसके उपचार और रोकथाम के उपाय प्रदान करना था। कार्यक्रम में प्रधान पाठक राजकुमार कश्यप, डॉक्टर संदीप कुमार श्रीवास, शिक्षक उमाशंकर सिंह राजपूत, राकेश पांडेय, पुष्पा चतुर्वेदी एवं कर्मचारी हाथी राम यादव उपस्थित रहे। सभी ने एनीमिया से बचाव, संतुलित आहार एवं स्वस्थ जीवन शैली पर अपने विचार साझा किए। स्वास्थ्य शिविर के तहत कुल 97 बच्चों को लाभान्वित किया गया, जिनमें से 30 बच्चों की एनीमिया जांच की गई और उन्हें आवश्यक दवाइयां वितरित की गई। इस दौरान आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति से अनीमिया के उपचार एवं बचाव के उपायों की जानकारी दी गई। डॉक्टर संदीप कुमार श्रीवास ने बताया कि आयुर्वेद में एनीमिया (पंडु रोग) के उपचार के लिए आंवला, अश्वगंधा, गिलोय, मुनक्का और चुकंदर जैसे प्राकृतिक तत्वों का सेवन लाभकारी होता है। इसके अलावा, आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों से तैयार लोह भस्म, मंडूर भस्म और नवायस लौह जैसी औषधियों का उपयोग शरीर में आयरन की कमी को दूर करने में सहायक होता है। एनीमिया से बचाव के लिए बच्चों को आयुर्वेदिक आहार अपनाने, सुपाच्य और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन करने, ताजे फलों और हरी पत्तेदार सब्जियों के सेवन के लिए प्रेरित किया गया। प्रधानपाठक राजकुमार कश्यप ने कार्यक्रम के समापन पर सभी छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को आयुर्वेद के माध्यम से एनीमिया जैसी स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति जागरूक रहने और प्राकृतिक तरीकों से स्वास्थ्य सुधारने का संदेश दिया।