*बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान आंकलन परीक्षा: साक्षरता की ओर एक और कदम*

 

तिजराम साहू ब्यूरो मुंगेली/// राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत नव भारत साक्षरता कार्यक्रम को गति देने और शिक्षा को प्रत्येक नागरिक तक पहुँचाने के उद्देश्य से बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान आंकलन परीक्षा (FLNAT) का आयोजन 23 मार्च 2025, दिन रविवार को किया जाएगा। इस परीक्षा का मुख्य लक्ष्य 15 वर्ष या उससे अधिक उम्र के असाक्षर नागरिकों को शिक्षा की मुख्यधारा में जोड़ना और प्रमाणित साक्षर बनाना है।

साक्षरता की राह पर ‘उल्लास’

साक्षरता अभियान को मजबूती देने के लिए “उल्लास” पोर्टल के माध्यम से 2022 से 2027 तक नव भारत साक्षरता कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य 2030 तक भारत को पूर्ण साक्षर राष्ट्र बनाना है। इसी दिशा में मुंगेली जिले में भी इस महापरीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। इस परीक्षा में वे अभ्यर्थी भाग ले सकते हैं जिन्होंने उल्लास साक्षरता केंद्र में 200 घंटे की पढ़ाई पूरी कर ली हो और सात अध्याय सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिए हों।

मुंगेली जिले में परीक्षा की तैयारियां

मुंगेली जिले में इस परीक्षा को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए प्रशासन द्वारा व्यापक तैयारियाँ की गई हैं। कलेक्टर राहुल देव (आई.ए.एस.) ने जिले के सभी पात्र नागरिकों से अपील की है कि वे इस राष्ट्रव्यापी महापरीक्षा में अधिक से अधिक संख्या में भाग लें और परीक्षा उत्तीर्ण कर राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय संस्थान (NIOS) एवं राष्ट्रीय साक्षरता मिशन प्राधिकरण (NILP) से प्रमाण पत्र प्राप्त करें।

मुंगेली जिले में परीक्षा का लक्ष्य इस प्रकार निर्धारित किया गया है:

विकासखंड पथरिया: 3470 परीक्षार्थी, 153 परीक्षा केंद्र

विकासखंड लोरमी: 4830 परीक्षार्थी, 152 परीक्षा केंद्र

विकासखंड मुंगेली: 3960 परीक्षार्थी, 151 परीक्षा केंद्र

कुल: 12,260 परीक्षार्थी, 456 परीक्षा केंद्र

प्रशासनिक व्यवस्थाएँ एवं केंद्र निर्धारण

इस महापरीक्षा के सफल संचालन हेतु 456 प्राथमिक शालाओं को परीक्षा केंद्र के रूप में चिन्हित किया गया है। परीक्षा से संबंधित प्रश्न पत्र वितरण, पंजीयन फॉर्म सफल संचालन कार्य के लिए तीनों विकासखंड अधिकारियों को केंद्र अध्यक्ष तथा संकुल प्रभारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।

साक्षरता: केवल शिक्षा नहीं, सामाजिक सशक्तिकरण का साधन

इस पहल को सिर्फ एक शैक्षिक प्रक्रिया तक सीमित न रखते हुए इसे समाज को जागरूक और सशक्त बनाने का माध्यम माना जा रहा है। शिक्षा से वंचित नागरिकों को साक्षरता की मुख्यधारा से जोड़कर उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने का यह प्रयास सराहनीय है।

साक्षर मुंगेली, सक्षम समाज

“मुंगेली को जन-जन साक्षर बनाने के लिए आइए, मिलकर इस अभियान को सफल बनाएं।”

(जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण, मुंगेली छत्तीसगढ़ द्वारा जारी)
उक्त जानकारी- जिला परियोजना अधिकारी जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण मुंगेली रामनाथ गुप्ता द्वारा दिया गया।

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  तिजराम साहू ब्यूरो मुंगेली/// राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत नव भारत साक्षरता कार्यक्रम को गति देने और शिक्षा को प्रत्येक नागरिक तक पहुँचाने के उद्देश्य से बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान आंकलन परीक्षा (FLNAT) का आयोजन 23 मार्च 2025, दिन रविवार को किया जाएगा। इस परीक्षा का मुख्य लक्ष्य 15 वर्ष या उससे अधिक उम्र के असाक्षर नागरिकों को शिक्षा की मुख्यधारा में जोड़ना और प्रमाणित साक्षर बनाना है। साक्षरता की राह पर ‘उल्लास’ साक्षरता अभियान को मजबूती देने के लिए "उल्लास" पोर्टल के माध्यम से 2022 से 2027 तक नव भारत साक्षरता कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इसका उद्देश्य 2030 तक भारत को पूर्ण साक्षर राष्ट्र बनाना है। इसी दिशा में मुंगेली जिले में भी इस महापरीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। इस परीक्षा में वे अभ्यर्थी भाग ले सकते हैं जिन्होंने उल्लास साक्षरता केंद्र में 200 घंटे की पढ़ाई पूरी कर ली हो और सात अध्याय सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिए हों। मुंगेली जिले में परीक्षा की तैयारियां मुंगेली जिले में इस परीक्षा को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिए प्रशासन द्वारा व्यापक तैयारियाँ की गई हैं। कलेक्टर राहुल देव (आई.ए.एस.) ने जिले के सभी पात्र नागरिकों से अपील की है कि वे इस राष्ट्रव्यापी महापरीक्षा में अधिक से अधिक संख्या में भाग लें और परीक्षा उत्तीर्ण कर राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय संस्थान (NIOS) एवं राष्ट्रीय साक्षरता मिशन प्राधिकरण (NILP) से प्रमाण पत्र प्राप्त करें। मुंगेली जिले में परीक्षा का लक्ष्य इस प्रकार निर्धारित किया गया है: विकासखंड पथरिया: 3470 परीक्षार्थी, 153 परीक्षा केंद्र विकासखंड लोरमी: 4830 परीक्षार्थी, 152 परीक्षा केंद्र विकासखंड मुंगेली: 3960 परीक्षार्थी, 151 परीक्षा केंद्र कुल: 12,260 परीक्षार्थी, 456 परीक्षा केंद्र प्रशासनिक व्यवस्थाएँ एवं केंद्र निर्धारण इस महापरीक्षा के सफल संचालन हेतु 456 प्राथमिक शालाओं को परीक्षा केंद्र के रूप में चिन्हित किया गया है। परीक्षा से संबंधित प्रश्न पत्र वितरण, पंजीयन फॉर्म सफल संचालन कार्य के लिए तीनों विकासखंड अधिकारियों को केंद्र अध्यक्ष तथा संकुल प्रभारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। साक्षरता: केवल शिक्षा नहीं, सामाजिक सशक्तिकरण का साधन इस पहल को सिर्फ एक शैक्षिक प्रक्रिया तक सीमित न रखते हुए इसे समाज को जागरूक और सशक्त बनाने का माध्यम माना जा रहा है। शिक्षा से वंचित नागरिकों को साक्षरता की मुख्यधारा से जोड़कर उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने का यह प्रयास सराहनीय है। साक्षर मुंगेली, सक्षम समाज "मुंगेली को जन-जन साक्षर बनाने के लिए आइए, मिलकर इस अभियान को सफल बनाएं।" (जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण, मुंगेली छत्तीसगढ़ द्वारा जारी) उक्त जानकारी- जिला परियोजना अधिकारी जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण मुंगेली रामनाथ गुप्ता द्वारा दिया गया।