*जल संचय, जल संरक्षण के लिए सबको समन्वित प्रयास करना जरूरी है : उप मुख्यमंत्री अरुण साव*
योगेश पाठक ब्यूरो रायपुर। उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने रायपुर निवास कार्यालय में कहा कि, भारत में रहने वाले सभी एक है। अनेकता में एकता ही भारत की पहचान है। देश विविध संस्कृति और सभ्यता से मिलकर बना है। सभी की अपनी परंपराएं हैं और सब मिलकर ही देश बनता है, इसलिए एक भारत श्रेष्ठ भारत है।
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने ग्रीष्मकाल में जल संकट पर कहा कि, समय के साथ जल की कीमत पूरी दुनिया को समझ में आ रहा है। जल है तो कल है, ये केवल नारे नहीं है, यह हकीकत है। उन्होंने कहा कि, लगातार जल स्तर नीचे गिरते जा रहा है। ये सभी के लिए चिंता का विषय है। इससे बचने के लिए सबको समन्वित प्रयास करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि, अच्छी बारिश नहीं होने के कारण गांवों के तालाब नहीं भर रहे, बारिश का पानी धरती पर रुकना बेहद जरूरी है। श्री साव ने कहा कि, गांवों के साथ शहरों में वर्षा जल को संरक्षित करने वॉटर हार्वेस्टिंग कराना चाहिए, ताकि जलस्तर बरकरार रहे, सबको नई सोच के साथ आगे बढ़ने की आवश्यकता है।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री साव ने कहा कि, सरकार लोगों को पेयजल उपलब्ध कराने के लिए तत्परता से कार्य कर रही है। सभी विभागों को पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए है। वहीं सरकार के साथ साथ हर नागरिक को भी इस दिशा में जागरूक होना पड़ेगा। आज जल संचय, जल संरक्षण, जल संवर्धन पर गंभीरता से काम करने की आवश्यकता है।
श्री साव ने विधायकों के प्रशिक्षण पर कहा कि, यह विधानसभा की ओर से सभी विधायकों के लिए आयोजित किया गया है। इसी तरह पूर्व में मंत्रियों को भी दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया, अब सभी विधायकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। जैसे कि- वे कैसे काम करें, जिससे जन अपेक्षाएं पूरी हो, अच्छे जन प्रतिनिधि कैसे बनें। इन सब विषयों पर अलग-अलग सत्रों में विधायकों को मार्गदर्शन मिलेगा। यह प्रशिक्षण पहली बार के विधायकों के लिए उपयोगी होगा।