स्कूली बैग प्रदान कर बच्चों का किया उत्सार्वधन
मुंगेली / कलेक्टर श्री राहुल देव ने आज जिला कलेक्टोरेट में पीएम केयर एण्ड स्पांसरशिप स्कीम अंतर्गत चिन्हांकित जिले के 17 बच्चों से मुलाकात की। उन्होने बच्चों से बातचीत कर उनके पढ़ाई-लिखाई व पालन पोषण के संबंध में जानकारी ली तथा सभी बच्चों को स्कूली बैग प्रदान कर उनका उत्सावर्धन किया। कलेक्टर ने कहा कि आप लोगों में से कई बच्चों ने अपने माता-पिता को काोविड-19 महामारी में खो दिया है। पढ़ाई के उम्र में कई समस्याओं का सामना करना पड़ा। जिला प्रशासन द्वारा आप लोगों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए पीएम केयर एण्ड स्पांसरशिप स्कीम अंतर्गत चिन्हाकित किया गया है तथा योजना अंतर्गत राशि उपलब्ध कराई जा रही है। इस राशि से आप लोगों की अच्छे से पढ़ाई लिखाई, भरण पोषण और जीवनयापन हो जाएगा।
कलेक्टर ने बच्चों को खूब मन पढ़ाई करने की समझाईश दी। उन्होने कहा कि यदि मन में हिम्मत और हौसला हो, तो कोई भी कार्य असंभव नहीं है। पढ़ाई के साथ खेल कूद भी करें। भविष्य में एक ऐसा अवसर भी मिलेगा जिसमें आप सभी बेहतर जीवन जी सकते है। कलेक्टर ने कहा कि बहुत लोग ऐसे भी है, जो बहुत गरीब थे, लेकिन वे आज अपने मेहनत के बल पर बहुत ऊपर उठ चुके है। उन्होने बच्चों को गलत दिशा व गलत संगति में ना पड़ने की समझाईश दी और कहा कि कोई भी काम
बडा व छोटा नहीं होता। उसे बेहतर तरीके से करके आप धन, ज्ञान अर्जित कर सकते है। उन्होने कई महान पुरूषों की जीवनी के बारे में भी बच्चों को बताया और उन्हे बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री तीर्थराज अग्रवाल, पथरिया एसडीएम श्री भरोसा राम ठाकुर सहित संबंधित विभाग के अधिकारी मौजूद थे।
महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम
अधिकारी ने बताया कि पीएम केयर एण्ड स्पांसरशिप स्कीम का उद्देश्य उन बच्चों जिन्होंने अपने माता-पिता को काोविड-19 महामारी में खो दिया है, उन बच्चों का व्यापक देखभाल और सुरक्षा सुनिश्चित करना है। उन्हें शिक्षा के माध्यम से सशक्त बनाना और उन्हें 23 वर्ष की आयु तक पहुंचने पर वित्तीय सहायता के साथ आत्मनिर्भर अस्तित्व के लिए तैयार करना है। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान अनाथ हुए बच्चों को 18 वर्ष की आयु तक हर महीने स्टाइपेंड यानी मासिक भत्ते के रूप में बाल संरक्षण ईकाई (मिशन वात्सल्य) के तहत 4,000 रुपये दिए जाएंगे। बच्चों को मुफ्त शिक्षा का लाभ मिलेगा। बच्चों की हायर एजुकेशन के लिए लोन की मदद दी जाएगी।