हिमांशु सिंह ठाकुर ब्यूरो रिपोर्ट छत्तीसगढ़।
ब्यूरो रायपुर/कवर्धा:- जिले से लगभग 18 किलोमीटर दूर स्थित भगवान भोरमदेव का मंदिर स्थित है जहां हर वर्ष की भांति प्रति वर्ष जिले के बूढा माहादेव मंदिर से 18 किलोमीटर पैदल चलकर सेकड़ो की संख्या में श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ के दरबार दर्शन करने पदयात्रा के माध्यम से पहुँचते है जहां पदयात्रा में जिले के तमाम अधिकारी कर्मचारी,बच्चें बुजुर्ग जनप्रतिनिधि सहित कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक भगवान भोलेनाथ का दर्शन करने पैदल 18 किलोमीटर की दूरी तय का भगवान भोलेनाथ का दर्शन करने पहुँचते है जहां यह प्रथा काफी वर्षो पुरानी चली आ रही है जिसमे सेकड़ो की संख्या में लोग मौजूद रहते है जहां गाजे व बाजे के साथ झूमते नाचते हुए भगवान भोलेनाथ का दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त होता है वही इस वर्ष 04 जुलाई से 31 अगस्त 2 माह का सावन होगा जहां ऐसा लगभग 18 वर्षो के बाद ऐसा मुहूर्त बना है वही आपको बता दे कि सावन के प्रथम सोमवार को हजारों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए और अपनी आस्था और मनोकामनाएं पूरी करने को लेकर 18 किलोमीटर की दूरी पैदल चलकर पूरा कर भगवान भोलेनाथ के द्वार बाबा भोरमदेव मंदिर पहुचकर मत्था टेका वही सावन के प्रथम सोमवार को भोरमदेव पद यात्रा की परंपरा वैसे तो काफी पुरानी है लेकिन व्यवस्थित ढंग से सुरक्षित हजारों की भीड़ को देखते हुए वर्ष 2008 से इस पद यात्रा की जिम्मेदारी जिला प्रशासन को सौपी गई वही कवर्धा शहर के प्राचीन शिव मंदिर पंचमुखी बूढ़ा महादेव मंदिर से हर सावन के प्रथम सोमवार को प्रातःकाल 07 बजे के अनुसार इस वर्ष भी बूढ़ा महादेव की पूजा अर्चना कर निकाली गई जहां हजारों की संख्या में जिलेवासी,स्कूली बच्चों ने हिस्सा लिया वही इस पदयात्रा में सभी वर्ग के लोग शामिल होते है साथ ही इस यात्रा में प्रदेश के कई आईपीएस आईएएस अधिकारी भी शामिल हुए जिनमे प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी,आईएएस पी.दयानंद, कलेक्टर जनमेजय महोबे,एसपी डॉ.लाल उमेद सिंह,एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव, अंबिकापुर कलेक्टर कुंदन कुमार सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि शामिल हुए है।
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