मनोज साहू ब्यूरो जांजगीर चांपा ,,अकलतरा क्षेत्र की समाज सेवी संस्था जनसेवा फाउंडेशन का पहल नशा मुक्त प्रदेश के तहत आज अकलतरा के ग्राम रसेड़ा में नशा मुक्ति व महिला सशक्तिकरण जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया था,
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वरिष्ठ समाज सेविका श्रीमति शुभा सिंह जी, अति विशिष्ट अतिथि लोकपाल अपीलीय प्राधिकरण सदस्य छ. ग. श्री दयाराम राठौर जी, विशिष्ट अतिथि जय अम्बे नर्सिंग होम बिलासपुर के श्री उमेश साहू जी, कांग्रेस नेता श्री सौरभ बाबा, बिलासपुर यातायात प्रभारी श्री संजय साहू जी, जांजगीर यातायात प्रभारी श्री प्रदीप जोशी जी, ड्रग्स इंसपेक्टर श्री विष्णु साहू जी, जिला पंचायत सदस्य श्री दिलेश्वर साहू जी, रसेड़ा के वरिष्ठ नागरिक श्री लोकनाथ निर्मलकर जी, उप सरपंच श्री दिनेश साहू जी, सरपंच श्री मति गीता देवी ओग्रे जी, श्री बिजेश्वर प्रसाद साहू जी के आतिथ्य में किया गया.
कार्यक्रम में सर्व प्रथम गाँव में रैली कर नशा मुक्ति पर जागरूक किया गया रैली के बाद मंचस्थ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्रीमती शुभा सिंह जी ने बताया कि नशा एक अभिशाप है इससे हमें निकलना है महिलाएं परिवार का एक मजबूत स्तंभ है महिलाएं चाहे तो सब संभव है दृढ़ संकल्प कर अपने घर को नशा मुक्त करना होगा, स्त्री को सृजन की शक्ति माना जाता है अर्थात स्त्री से ही मानव जाति का अस्तित्व माना गया है। इस सृजन की शक्ति को विकसित-परिष्कृति कर उसे सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक न्याय, विचार, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, अवसर की समानता का सु-अवसर प्रदान करना ही नारी सशक्तिकरण का आशय है।
कार्यक्रम में अति विशिष्ट अतिथि श्री राठौर जी ने संबोधित करते हुए कहा कि हर परिवार नशे का आदि हो गया है घर की महिलाएं एक दो बार मना कर खुद बोलना बंद कर देती है आप अपने परिवार को नशा मुक्त बनाने डटकर सामना करो लगातार प्रयास से इस बुरी लत से छुटकारा जरूर मिलेगा
महिला सशक्तिकरण’ के बारे में जानने से पहले हमें ये समझ लेना चाहिये कि हम ‘सशक्तिकरण’ से क्या समझते है। ‘सशक्तिकरण’ से तात्पर्य किसी व्यक्ति की उस क्षमता से है जिससे उसमें ये योग्यता आ जाती है जिसमें वो अपने जीवन से जुड़े सभी निर्णय स्वयं ले सके। महिला सशक्तिकरण में भी हम उसी क्षमता की बात कर रहे है जहाँ महिलाएँ परिवार और समाज के सभी बंधनों से मुक्त होकर अपने निर्णयों की निर्माता खुद हो।
कांग्रेस नेता सौरभ बाबा ने कहा कि आज महिलाएँ हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही है महिलाएँ सशक्त आत्मनिर्भर बन रही हैदेश में आज के समय बुजुर्ग से लेकर युवा हर कोई नशे की दलदल में फंसा हुआ है। नशा मनुष्य के लिए हानिकारक है, लेकिन फिर भी मनुष्य नशे के पीछे भागते रहते हैं। लोगों को ऐसा लगता है कि नशा करने से उनकी मानसिक चिंता दूर हो जाती है और मनुष्य चिंता मुक्त होकर समय व्यतीत कर सकता है। लेकिन यह नशे की बुरी लत व्यक्ति के परिवार को और व्यक्ति को खुद को पूरी तरह से बर्बाद कर देती है।
यातायात डीएसपी श्री संजय साहू जी ने बताया कि आज नशा के कारण बहुत से घर बर्बाद हो रहे अधिकतर दूर्घटना नशा के वजह से ही हो रहा घरेलू हिंसा यह सब नशा के कारण ही होता है हम अपने परिवार को सुधार लें तो धीरे धीरे सब सुधार आयेगा आजकल के हमारे युवा को और कई व्यस्क लोग भी सिगरेट या शराब का सेवन करते हुए दिखाई देते हैं। उन्हें यह समझ नहीं आता की किसी भी प्रकार का नशा उनके लिए आगे चलकर हानिकारक और जानलेवा साबित हो सकता है। आजकल युवा वर्ग के लिए नशा एक फैशन बन गया है, यह उनके लिए अमृत के समान बन चुका है
जांजगीर यातायात प्रभारी श्री प्रदीप जोशी जी ने कहा बेटी और बेटा एक सामान है हमें बच्चों में फर्क नहीं कर दोनो को अच्छी शिक्षा देना चाहिए
हमारे देश का उज्जल भविष्य युवाओं पर टिका होता है। अगर देश की युवा पीढ़ी ही गलत रास्ते में जाने लगे तो निश्चित ही उनका भविष्य अंधकार में चला जाता है। हमारे देश का युवा वर्ग को ज़िन्दगी के हर पहलु को जीने की इच्छा होती है। युवा वर्ग नशे को अपनी शान समझते है। वे शराब, गुटखा, तम्बाकू, बीड़ी, सिगरेट का नशा करते है
संस्था के अध्यक्ष ईश्वर साहू ने संबोधित कर कहा कि लोग नशे का इतना आदि हो गये है कि अपने घर परिवार बच्चों को नहीं देखते अपनी पूरी कमाई को शराब में लुटा देते है बच्चों की पढ़ाई परिवार का पालन से उनको कोई मतलब नहीं सिर्फ शराब चाहिए इसके लिए हर महिला को आगे आकर आवाज उठाना होगा इसकी शुरूआत हमें अपने घर से ही करना है हम सिर्फ अपने घर परिवार को नशा से दूर कर लें तो पुरा प्रदेश और देश नशा मुक्त हो जाएगा. “आजकल हर तीसरा व्यक्ति किसी न किसी तरह से नशे से जूझ रहा है। नशे से उभरना बहुत जरुरी है। जब आप आज के युवाओं को देखेंगे तो पाएंगे कि वे तरह-तरह के नशो के शिकार हैं। शराब पीने के बाद भी कई पुरुष घर में अपनी पत्नियों और बच्चों से बहस करते हैं। इस व्यवहार के परिणामस्वरूप घरेलू हिंसा के मामले बढ़ रहे हैं। प्रत्येक व्यक्ति ने अपने जीवन में किसी न किसी वक़्त पर नशे के सेवन के परिणामस्वरूप किसी न किसी रूप में हिंसा का अनुभव किया है,
संस्था के प्रशांत सिंह सेगर ने संबोधित करते हुए कहा कि लोग शराब को ढूंढ कर पीते हैं पर दुध हमारे घर तक आता है पर भी उससे दूर रहते हैं हमें संकल्पित होकर नशा से दूर रहना होगा
श्री छोटु कश्यप जी ने बताया संस्था लोगों को नशा से मुक्ति व महिलाओं को सशक्त बनाने लगातार प्रयास कर रही है नशा मुक्त अपना प्रदेश का संकल्प लेकर संस्था निकल गई है लोगों को जागरूकता फैलाने
आयोजन में 4 महिला समूह जो सशक्त होकर कार्य कर रही है कोई स्कूलों में मध्याह्न भोजन तो कोई अगरबत्ती बनाकर सशक्तिकरण का मिशाल हैं उनको Abhishek किया गया और इसी तरह 3 बिहान महिला समूह के सदस्यों को सम्मानित किया गया व 20 वृद्ध महिलाओं को साड़ी भेंट कर सम्मानित किया गया कार्यक्रम का संचालन विरेंद्र साहू जी ने किया आयोजन में संस्था के राजश्री राठौर, पवन साहू, अनिमा सिंह, पन्ना साहू, स्वाती राठौर, रोहित साहू, शैलेंद्र श्रीवास आयुश राठौर, ओमी जगत व ग्राम वासी रहे..